जेट एयरवेज़ के पायलटों ने अपनी पाँच दिन पुरानी हड़ताल वापस ले ली है और वे काम पर लौट रहे हैं. 'हड़ताल' पर गए 400 पायलटों में से 100 पायलट रविवार को काम पर लौट आए हैं.
हड़ताल की समाप्ति के बाद जेट एयरवेज़ के प्रवक्ता ने बताया, "हम 172 घरेलू और 72 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू कर चुके हैं. अब तक 98 पायलट काम पर लौट चुके हैं. आशा है बहुत जल्द उडा़नें समान्य हो जाएंगी."
शनिवार देर रात एयरलाइंस प्रबंधन और पायलटों के बीच समझौता हुआ था. जिसके बाद पायलटों की यूनियन ने हड़ताल वापस लेने की घोषणा की थी.
जेट एयरवेज़ के कार्यकारी निदेशक सरोज दत्ता ने बताया कि सभी पायलट तत्काल प्रभाव से ड्यूटी पर लौट गए हैं.
जेट एयरवेज़ के चार सौ से ज़्यादा पायलट अपने चार साथियों की बर्ख़ास्तगी के विरोध में अघोषित हड़ताल पर चले गए थे.
समझौते का मतलब ये नहीं है कि हम पायलटों के संगठन को ख़त्म कर देंगे.
गिरिश कौशिक
समझौते के बाद चारों बर्ख़ास्त पायलटों को भी बहाल करने की घोषणा की गई है.
शनिवार को प्रबंधन और पायलटों के यूनियन के बीच नौ घंटें से ज़्यादा समय चली मैराथन बैठक में चारों पायलटों की सेवा बहाल करने का फ़ैसला लिया गया.
भारी क्षति
जेट प्रबंधन और पायलटों के बीच सहमति बनी है कि सभी मुद्दों पर विचार के लिए यूनियन की बजाए एक समन्वय समिति गठित की जाए.
इसमें प्रबंधन की ओर से दो सदस्य होंगे और पायलट अपने प्रतिनिधि रखेंगे.
14 सितंबर को पायलट सरकारी अधिकारियों को सूचित करेंगे कि उन्होंने हड़ताल वापस ले ली है और सेवा सामान्य हो गई है.
पायलटों के संगठन नेशनल एविएटर्स गिल्ड के अध्यक्ष गिरिश कौशिक का कहना था, "समझौते का मतलब ये नहीं है कि हम पायलटों के संगठन को ख़त्म कर देंगे."
जेट के कार्यकारी निदेशक सरोज दत्ता ने हड़ताल से हुए नुकसान के बारे में बताया, "हम हर दिन 23 हज़ार यात्री ढोते थे. हड़ताल से ये घटकर लगभग साढ़े सात हज़ार रह गई. हमारा हर दिन का कारोबार लगभग अस्सी लाख डॉलर का था. अब देखना होगा कि हड़ताल से इसपर कितना असर पड़ा."