लेकिन खंडवा के फैसले से तो पिछले दरवाजे से बहुपत्नी प्रथा को स्वीकृत बनाने की बात सामने आ रही है क्योंकि पत्नी और सहचरी दोनों साथ रहेंगी और दोनों को संपत्ति में बराबर का हिस्सा मिलेगा।
But with the decision to Khandwa, sanctioned to polygamy from the back door of because faced with wife and consort remain both and both will equal share in property on